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होला मोहल्ला

.............औरन की होली मम होला .............

सिख पंथ के सालाना उत्सव होला मोहल्ला की निराली शान आज एक बार फिर खालसा की जन्मभूमि श्री आनंद पुर साहिब में देखने को मिली

गुरु गोबिंद सिंह की लाडली फ़ौज ने घुड़सवारी के अनेक करतब दिखाए और दशम गुरु के इस वाक्य को चरितार्थ किया कि "औरन की होली ... मम होला...."....

विगत कई वर्षों से इस उत्सव को देखने का आनंद हमने आज फिर लिया ...
जिन ब्लॉगर सज्जनों ने इसे देखा है वो तो जानते ही हैं जिन्हों ने नही देखा उनसे प्रार्थना है कि अगले बरस जरूर देखें ...
---- राकेश वर्मा
.... {आनंदपुरी }

2 comments:

निर्मला कपिला said...

वर्मा जी सही कहा है आपने ये भव्य उत्सव सब को जरूर देखना चाहिये। पंजाब का शायद सब से बडा त्यैहार है। धन्यवाद

दीपक 'मशाल' said...

Rakesh ji... aapne ye theek nahin kiya.. akele-akele dekh ke ab chidha rahe hain??? kam se kam photo hi nikal ke laga dete sir.. theek hai aapne aisa kiya to hum bhi dekh lenge.. dekh lenge.. agle saal dekh lenge ji.. :)