नया जोश है नया रंग है, नव उमंग है नव तरंग है ,
जन जागरण करने हेतु , जोरों से बज रहा मृदंग है ,
नई स्वर लहरी जो गूंजे, उसकी ताल में ताल मिलाएं,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
जिनको हमने चुन कर भेजा, उनके रंग बदल गए यारो,
वाणी से उड़ गई नम्रता, उनके ढंग बदल गए यारो,
आस्तीन के विषधरों को, आर टी आई की धुन सुनाएँ,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
रालेगांव से दिल्ली आकर, अनशन पर बैठे अन्ना हजारे,
लोकपाल बिल पास करो, भारत का जन जन ये पुकारे,
हिंसा रहित आन्दोलन का, पूरे विश्व को पाठ पढाएं,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ अन्ना-गिरी अपनाएं॥!!
मंत्री जी आ रहे शहर में, मिल गया सबको ये बहाना,
दोनों हाथ से करे उगाही, शहर की चौकी, शहर का थाना
शहर को महंगा पड़ता दौरा, बार बार न इन्हें बुलाएँ,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
संसद भवन में बहस हो रही, नोटों के भर लाया बस्ते,
ढोंग कर रहा सज्जन होने का, नेता फग्गन सिंह कुलस्ते,
‘अमर’ कथा के सूत्रधार का, खोज बीन कर पता लगाएं,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
भ्रष्टाचार के पहियों पर जब, सरपट दौड़ रही थी गाड़ी,
सत्ता मद में होश गँवा कर, औंधे मुंह गिरा कलमाड़ी,
भ्रष्ट-मंडल खेलों की दौड़ का, इसको स्वर्ण पदक दिलवाएं,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
2G घोटाले में जाने किस ने कितना माल बनाया,
‘नीरा’ ने जब भजन किया तो, कितना नाम ‘रतन’ धन पाया,
‘राजा’ और ‘कनिमोझी’ क्यों मनमोहन की शरण में जाएँ,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
‘बरखा दत्त’ और ‘वीर’ सरीखे, भी न इस से रहे अछूते,
चौथा स्तंभ भी भ्रष्ट हो गया, टिका तंत्र जिस के बल बूते,
विशिष्ट जनों की सुविधा हेतु, तिहाड़ में नए आवास बनाएँ,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें॥!!
आशा की इक किरण बची है, क्यों न अब वही आजमायें,
कर एकत्रित भ्रष्टाचारी, उनकी एक कतार बनाएँ ,
'पवन हंस' हेलीकॉप्टर में, बारी बारी इन्हें बिठाएं ,
हिंदुस्तान में बसने वालो, आओ भ्रष्टाचार मिटायें..!!
------ राकेश वर्मा