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आत्मनिर्भरता

आत्मनिर्भरता

मानव जीवन के विकास हेतु कई गुणों कि आवश्यकता होती है , आत्मनिर्भर होना इनमे विशेष स्थान रखता है । आत्मनिर्भरता का अर्थ है अपने काम स्वयम करने के काबिल होना । हम जो करें अपने बलबूते पर कर सकें न कि किसी पर आश्रित रहें ।
किसी भी देश जाति एवं धर्म की उन्नति के लिए उसके निवासियों का आत्मनिर्भर होना अति आवश्यक है । समाज की सबसे छोटी इकाई एक मानव है, अगर मानव आत्मनिर्भर होगा तो परिवार आत्मनिर्भर होगा , परिवार आत्मनिर्भर होगा तो समाज आत्मनिर्भर होगा, समाज आत्मनिर्भर होगा तो देश आत्मनिर्भर होगा ॥ यह एक स्थापित तथ्य है कि आत्मनिर्भर देश ही उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ता है । ........
[बाकी कल]

1 comments:

निर्मला कपिला said...

वर्मा जी पहले तो मेरी बधाई स्वीकार करें मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आज मेरे शहर से और ब्लागर साथ मे आये हैं। आपका यहाँ आना ब्लाग जगत के लिये एक उपल्ब्धि होगी।आपका कहना बिलकुल सही है। मगर आज कल के समय मे अत्मनिर्भर होना भी एक समस्या है। अगली कडी का इन्तज़ार रहेगा। धन्यवाद और शुभकामनायें।